देश,समाज में नित नवीन नौटंकी घट रही है. कभी कोई बाबा आस्था को तार-तार कर जाता है तो कभी कोई दहशतगर्द... देश,समाज में नित नवीन नौटंकी घट रही है. कभी कोई बाबा आस्था को तार-तार कर जाता है...
मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कराहट की खातिर मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कर...
विरले ही होते हैं जो पहुंच पाते हैं रूह के करीब। विरले ही होते हैं जो पहुंच पाते हैं रूह के करीब।
ये दुनिया समझो साथ उसी के जो समय देखकर चलता है। ये दुनिया समझो साथ उसी के जो समय देखकर चलता है।
अब जरूरत नहीं है इनको किसी के सहारे की बात- बात पर अपनों के सामने हाथ फैलाने की अब जरूरत नहीं है इनको किसी के सहारे की बात- बात पर अपनों के सामने ह...
जा रही थी स्कूल से घर को इक दिन मैं अकेली , सँग ना थी कोई मेरी सहेली, इक वहशी जानव जा रही थी स्कूल से घर को इक दिन मैं अकेली , सँग ना थी कोई मेरी सहेली, ...